ताप्ती सरोवर और प्राचीन ताप्ती कुंड का सफाई अभियान जारी है। शुक्रवार को मां ताप्ती ब्रिगेड के सदस्यों के साथ पूर्व विधायक सुखदेव पांसे सहित युवाओं ने मां ताप्ती के प्राचीन मंदिर के सामने स्थित कुंड की सफाई की। लगातार चार घंटे तक कुंड की सफाई कर दो ट्राॅली मलबा निकाला। कुंड में जमा दूषित पानी को भी बाहर निकाला। सुबह 6 बजे मां ताप्ती ब्रिगेड के पवन पाठेकर, ऋषभ पाटनकर, सौरभ कड़वे, दिनेश धोटे, कार्तिक अड़लक, कुणाल बावने के साथ पूर्व विधायक सुखदेव पांसे, संजय यादव, भिवजी पंवार, संतोष साहू, शिव माहोरे, सुरेश पौनीकर, रवि खाड़े, अखिलेश फुलवार, राजेंद्र कवड़कर, प्रवीण पंवार, अजय यादव सहित अन्य लोग कुंड की सफाई करने पहुंचे। सुबह 10 बजे तक कुंड की सफाई कर जमा मलबा बाहर निकाला। कुंड में से बड़ी मात्रा में पॉलीथिन भी निकली। युवाओं ने कुंड के आसपास रहने वालों को सफाई के प्रति जागरूक किया। युवाओं ने कहा ताप्ती सरोवर और प्राचीन ताप्ती कुंड हमारी आस्था का केंद्र होने के साथ धरोहर है। इसे प्रदूषित होने से बचाने की जिम्मेदारी हम सभी की है। सभी के सहयोग से ही हम ताप्ती सरोवर और कुंडों के जल को साफ रख सकते हैं। मुलताई नगरीय क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर ताप्ती के प्राचीन कुंड स्थित है। देखरेख के अभाव में कुंड अपना अस्तित्व खोते जा रहे हैं। हर बार कुंडों के जीर्णोद्धार की मांग उठते आ रही है। इसके बाद भी इस ओर अभी तक गंभीरता से काम नहीं हुए हैं। अब नगर पालिका ने पौराणिक महत्व रखने वाले इन कुंडों को सवारने के लिए कदम बढ़ाया है। सोमवार को नगर पालिका अध्यक्ष हेमंत शर्मा, सभापति मनीष शर्मा, श्रवण नागले, भाजपा नेता हनी भार्गव, गोलू ठाकुर, नीलू नागले ने रेलवे स्टेशन के दूसरी ओर नारद टेकड़ी के पास स्थित प्राचीन ताप्ती कुंड का निरीक्षण किया। नपा अध्यक्ष हेमंत शर्मा ने कुंड को व्यवस्थित करने के लिए स्टेशन मास्टर से चर्चा की। नपा अध्यक्ष ने बताया कुंड रेलवे की जमीन पर स्थित है। इस कुंड को सवारने और कुंड के पास मंदिर निर्माण को लेकर रेलवे के अधिकारियों से संपर्क किया जाएगा। रेलवे की अनुमति मिलने पर कुंड को व्यवस्थित किया जाएगा। उन्होंने बताया जिस प्रकार सरोवर के तट पर स्थित प्राचीन दुर्गा मठ, बाल हनुमान मंदिर का जीर्णोद्धार किया जा रहा है उसी प्रकार कुंडों को भी संवारा जाएगा। लोगों का कहना है नारद टेकड़ी के पास स्थित कुंड से ताप्ती का उद्गम हुआ है। जिससे इस कुंड का सबसे अधिक महत्व है।
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